ये ब्लॉग उन समस्त स्वरों को स्वर देने के लिए है जो " नारी-उत्थान, नारी-विमर्श " के नक्कारखाने में दब सी जाती है | अजीब विडंबना है कि.... नारी की कलम से निकली कोई बात अति नारीवादी की श्रेणी में आ जाती है किन्तु.... पुरुष की कलम से निकले तो उत्थान की श्रेणी में रख दिया जाता है|